Tuesday, February 22, 2011

मोका समझ में कछु आवत नाहीं


मोका समझ में कछु आवत नाहीं,
भेजा मा कछु जावत नाहीं,
मोका समझ में कछु ........


पुस्तक देखूँ , नोट बनाऊँ,
और Q B रटन कई बार करूँ,
इतनी कठिन अब हुई पढ़ाई,
कैसे सेमेस्टर पर करूँ,
कोई जतन अब काम ना आवे,
मुझे कछु  सोहत नाहीं,
मोका समझ में कछु........


पहिले तो एक दिन मे दो दो,
चैप्टर याद हो जाता था,
अब पढ़ि पढ़ि रिवीजन करूँ तो,
वही आए जित्ता पहिले आता था,
खो गयी का कहीं बुद्धि मोरी,
मोका याद कछु होवत नाहीं,
मोका समझ में कछु आवत नाहीं,
भेजा में कछु जावत नाहीं......!!! 




Engineered Lyrics of MORA PIYA from the movie RAJNEETI.....


Monday, February 21, 2011

हार मत मानना..!!!


अंधेरा छट जाएगा, उजाला फिर से आएगा,
जो तुममे हिम्मत और विश्वास जगाएगा,
अपने कठिन समय को बेकार मत मानना,
अंत तक लड़ना ,पर हार मत मानना..!!!


असफलता सफलता की भूख बढ़ाती है,
ठोकर देकर मंज़िल की सीढ़ी चढ़ाती है,
इन ठोकरों को ईश्वर का वार मत मानना,
अंत तक लड़ना,पर हार मत मानना..!!!


दिल तो बच्चा है,भोला और नादान है,
दिल बसता विश्वास और स्वाभिमान है,
पर दिल की बातों को हरबार मत मानना,
अंत तक लड़ना,पर हार मत मानना..!!!


यह जरूरी नहीं वही हो जो हमारी इच्छा है,
बल्कि कठिन समय ही तो असली परीक्षा है,
पर इस परीक्षा को मझधार मत मानना,
अंत तक लड़ना,पर हार मत मानना..!!!


सफलता मीठी पर असफलता का स्वाद तीखा है,
पर सफल वही जिसने गिरकर उठना सीखा है,
असफलता को खुद पर धिक्कार मत मानना,
अंत तक लड़ना,पर हार मत मानना..!!!   

Saturday, February 19, 2011

My Biography......

बहुत पहले 1992 मे पैदा हुआ,
पर कब तक जीऊँगा पता नहीं,
गलतियाँ करता नहीं, हो जाती हैं,
होने में, अपनी कोई खता नहीं,
कभी-कभी कमजोर पड जाता हूँ,
गलत होते हुए भी अड़ जाता हूँ,
जब बैठ कर खुद से बात करता हूँ,
हर बार खुद को ही गलत पाता हूँ,
कुछ सपने मैंने भी दिल में पाले हैं,
कुछ छोटे तो कुछ बहुत बड़े वाले हैं,
अपना सबकुछ देकर भी मंज़िल पाना है,
मेहनत अपनी है, बाकी रब के हवाले है,
बड़ों का आशीर्वाद, दोस्तों का प्यार मिले,
अपने लिए तो बस इतना ही काफी है,
अब दोस्तों ज्यादा तो कहने को नहीं
अपनी तो बस इतनी ही बायोग्राफ़ि है... Rahul Yadav defining himself...

Romanticism @ Rahul Yadav

1.किसी को पाने कि चाहत में, मैं जीवन छोड़ आया हूँ,
  कि उसके प्रेम में बांधने को, हर बंधन तोड़ आया हूँ,
  मेरा कुछ भी नहीं मूझमे , जो है उसका ही जादू है
  कि मैं एक जादूगर्नी की धड़कन से,साँसे जोड़ आया हूँ..।





2.मेरे जज़्बात शब्दों में, मैं तुमसे केह नहीं सकता,
  मोहब्बत में जुदाई को, मैं अब सेह नहीं सकता,
  जुदा करने से पहले मौत ही देना मेरे मौला,
  कि वो ज़िंदगी मेरी, मैं उस बिन रेह नहीं सकता..।





3.ज़िंदगी एक महफिल है, जो हर शाम बदलती है,
  मोहब्बत कर के तो देखो,ज़िंदगी इससे संवरती है,
  कोई कुछ भी कहे फिर भी मुझे मालूम है इतना,
  कि दिल उसका धड़कता है तो साशें मेरी चलती हैं ...

एक पत्र बापू के नाम...




     एक पत्र बापू के नाम...
1.बापू जी आप क्यूँ चले गए
  जाते ही आपके सब बदल गए,
  नाथू की गोली का 
  प्रतिरोध तो किया होता,
  अन्याय तो वो भी था थोड़ा
  विरोध तो किया होता,
  कहा था आपने बुरा न कहो 
  बुरा न देखो , न सुनो
  "बुरा न करना"
  कहना भूल गए,
  बस कहा हे राम और चले गए,
  बापू आप तो अमर हो गए
  पर कुछ सपने मर गए


2. हर सरकारी दफ्तर में
  तुम्हारी तस्वीर लगी होती है,
  पर विडंबना तो देखो 
  रिश्वत की बड़ी डील वहीं होती है,
  योजनाएँ तो बहुत बनी, फिर भी
  गरीब माँ गरीबी से रोती है,
  मुल्क में फैली गरीबी ही
  अपराधों के बीज बोती है,
  और कृषि प्रधान इस देश की 
  चालीस करोड़ जनसंख्या भूखी सोती है..!!


3.लगते हैं नारे हिन्दू मुस्लिम सिख इसाई
  आपस में सब भाई-भाई, 
  फिर भी देश ने 
  चौरासी और गोधरा की चोट खाई,
  धर्म निरपेक्ष इस देश के
  धर्मावलंबियों ने ही बाबरी गिराई,
  चुनाव के मौसम में 
  धनवान मेंढक निकाल आते हैं,
  गरीबों को शराब
  झूटे वादे टर्राते हैं,
  यह मेंढक बड़े विचित्र 
  जल जीवों की क्या बिसात,
  यह तो हजारों करोड़ का चारा 
  भी डकारें हर बरसात..!!


4.आप साथ नहीं हो
  फिर भी आपका एहसास होता है,
  यही वजह है, जनवरी तीस को 
  आम आदमी उदास होता है,
  चिड़िया जो सोने की थी
  अब सीमेंट की हो गयी है,
  राजधानी आपने बसाई थी दिल्ली 
  अब नई दिल्ली हो गयी है,
  भोलापन,सच्चाई,सादगी,मेहनत
  यह पहचान हमारी अब खो गयी है...!!!


5.तरक्की तो की है हमने
  पर उम्मीद से कम है
  हमारी सूचना प्रोध्योगिकी 
  सुरक्षा व्यवस्था में काफी दम है,
  थल से लड़ने बोफोर्से,अग्नि
  ब्रह्मोस के अचूक निशान हैं,
  पास हमारे आज मिग-21,
  सुखोई,तेजस की उड़ान है,
  सिंधु में परमाणु सक्षम अरिहंत,
  अंतरिक्ष मे जाने को चंद्रयान है,
  हाथों मे हमारे विश्व की
  दूसरी बड़ी सेना की कमान है
  तकनीक में इंफ़ोसिस, विप्रो
  टी सी एस के कीर्तिमान हैं...!!!


6.तरक्की देख हमारी 
  जलते हैं अमरीका चीन 
  एक रोज़ उनको पछाड़ 
  बनेंगे महाशक्ति,है यकीन
  सिक्षा,स्वास्थ्य ,तकनीक में
  भारतभूमि का बोलबाला होगा
  स्वस्थ सिक्षित होगा हर भारतीय 
  हर घर में उजाला होगा,
  समस्या बेरोजगारी की न रहने पाएगी
  जब "अतुल्य भारत" की ज्योति जगमगाएगी...!!!


7.सौभाग्य होता हमारा 
  यदि आज भी आप साथ होते,
  करते सबका मार्ग दर्शन
  युवाओं में ऊर्जा के बीज बोते,
  आपके विचारों की ताकत को
  हम अपनी ढाल बनाएंगे,
  मिटेंगे भ्रष्टाचार-गरीबी 
  एक नयी क्रांति लाएँगे,
  देख के तरक्की हमारी 
  आप भी सोचोगे
  बच्चे मेरे खुद ही संभाल गए
  पर बापू जी आप क्यूँ चले गए
  जाते ही आपके सब बादल गए...!!! 




Composed for January 30, 2011


      

Sunday, November 14, 2010

### A Conditional Song ###

For Convenience First Listen Mora Piya From the movie RAAJNEETI
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